मेरा परिचय
नमस्कार, मैं राजवंश,
आपका अपना

मेरी यात्रा
मेरी यात्रा आपके बीच से शुरू हुई यहीं डहरक में, स्वर्गीय रामप्रवेश जी के ज्येष्ठ पुत्र के रूप में। यहीं सरकारी विद्यालय में पढ़ा तत्पश्चात बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से स्नातक और पर-स्नातक की पढ़ाई की, विषय रहा राजनीति शास्त्र। कामना थी की जन सेवा में ही रम जाऊँ पर जीवन की कीमत देनी पड़ी, पर नियति ने सहायता की और बिहार पुलिस में नौकरी लगी। जन और देश सेवा के लिए जो बन पड़ा किया। जान हथेली पर रख कर ड्यूटी की, गोली खाई, सिस्टम से बेदाग़ रिटायर हुआ हुआ और पुलिस के कई सम्मान सहित सब से बड़ा पुरस्कार (वीरता के लिए राष्ट्रपति पुरस्कार) भी मिले। पारिवारिक ज़िम्मेदारियों का निर्वहन करते कराते कब रिटायर होने को आया पता ही नहीं चला। मूल उद्देश्य, जन सेवा ने एक बार फिर खींचा और अब मैं आप के बीच ही रहूँगा। सीमित संसाधनों और सीमित क्षमता को श्री प्रशांत किशोर जी का और जन सुराज पार्टी का सहयोग मिला उसके लिए अगणित आभार। आपके सहयोग और पार्टी के निर्देश मैं जो भी कुछ बदलाव, बनाने, आदि की संकल्पना है वो पूरी करने की सम्पूर्ण चेष्टा रहेगी।
आप आए, आभार
MISSION AND VISION
Empowering People
My mission is to promote equality, justice, and opportunity for all. Through my work, I aim to empower communities, advocate for social change, and create a more inclusive society. Together, let's build a better tomorrow for generations to come.